•मेरा जहाँ•

मुकम्मल मेरा जहाँ होगा,
जब.....
ऐसी ही सर्द रातों में,
शहर की भागम-भाग से दूर,
इक वीरान स्टेशन पे,
जहाँ कोई आता-जाता न हो,
इक खाली कुर्सी पर,
सिर्फ मैं और तुम,
हल्की सी सर्दी,
मेरे हाथों में तुम्हारा हाथ,
तुम उन जाती गाड़ियों को देखो,
और मैं सिर्फ तुम्हें.....❤

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